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    • Badrinath Temple

    • The name of the Badarinath tirtha originates from local word Badari which is a type of a wild berry. It is said that when Lord Vishnu sat in penance in these mountains, His consort Goddess Laxmi took the form of a berry tree and shaded Him from the harsh sun. It is not only the dwelling place of Lord Vishnu…
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    • बैद्यनाथधाम नाम को लेकर भी कई तथ्य हैं। मंदिर के गर्भगृह में चंद्रकांत मणि है। जिससे सतत जल स्रवित होकर लिंग विग्रह पर गिरता है। बैद्यनाथ ज्योर्तिलिंगपर गिरनेवाला जल चरणामृत के रूप में जब लोग ग्रहण करते हैं तब वह किसी भी रोग से मुक्ति दिलाता है।
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    • नंदगांव से 8 किमी दूर बरसाना गांव स्थित है। बरसाना गांव नाम होने का कारण – श्री वृषभानु महाराज जी, श्री नन्द महाराज जी अत्यंत स्नेह करते थे। श्री नंद महाराज जब गोकुल में निवास कर रहे थे। तब वृषभानु महाराज गोकुल के निकट रावल गाँव में निवास कर रहे थे। श्री नंद महाराज जब श्री कृष्ण की सुरक्षा के…
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    • It is a modest yet graceful temple and it dates back to the 13th century while the sabhamandap was built in the 18th century by Nana Phadnavis. The shikhara was built by Nana Phadnavis. The great Maratha ruler Shivaji is said to have made endowments to this temple to facilitate worship services. Chimaji Appa collected five large bells after he…
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    • Dwarkadhish Temple

    • श्री द्वारकाधीश मन्दिर की भावियता देखते ही बनती है। एक बार मन्दिर देख लेने पर मन्दिर से नजर ही नहीं हटती है। मन्दिर मैं सीढ़ियों से ऊपर चढ़ते ही भगवन श्री राजा अधिराज द्वारकाधीश जी महाराज के दर्शन होते है।
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    • एक बार गोलोक धाम में श्री राधा कृष्ण ने अपनी प्रेममयी रासलीला की थी। रासलीला के अन्त में श्री कृष्ण श्री राधा जी के उपर बड़े प्रंसन्न हुए। श्री कृष्ण को प्रसन्नचित देखकर श्री राधा जी बोली कि – हे जगदीश्वर ! यदि रास में आप मेरे साथ प्रसन्न है तो मैं आपके सामने अपने मन की प्रार्थना व्यक्त करना…
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    • kaila Devi

    • Kaila Devi is said to have appeared to a local sage named Kedargiri assuring him that she would come to the people of the area. Folklore has it that a yogi fleeing from Nagarkot, brought it with him on a bullock cart to save it from invaders. The bullock stopped in the central part of the hill amid the dense forest and…
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    • Mehndipur Balaji

    • सिद्ध पीठ श्री बालाजी घाटा मैंहदीपुर के महन्त श्रीमान् किशोरपुरी जी महाराज के हार्दिक सत्संकल्प के फलस्वरूप सम्वत् २०४५ के माघ मास की शुल्क त्रयोदशी बुधवार के शुभ दिन श्री मारुति मन्दिर के सम्मुख सन्संग भवन में श्री सीताराम जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा हुई । इस प्रतिष्ठा महोत्सव में इक्कीस योग्य और सुधी पंडितों ने भाग लिया ।
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    • श्री वल्लभाचार्यजी को झारखण्ड में आज्ञा दी-हमारा प्राकट्य गोवर्धन की कन्दरा में हुआ है। पहले वामभुजा का प्राकट्य हुआ था और फिर मुखारविन्द का। अब हमारी इच्छा पूर्ण स्वरूप का प्राकट्य करने की है। आप शीघ्र ब्रज आवें और हमारी सेवा का प्रकार प्रकट करे। यह आज्ञा सुनकर महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य अपनी यात्रा की दिशा बदलकर ब्रज में गोवर्धन के…
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    • Rameshwaram

    • Rameswaram is one of the oldest and most famous pilgrimage center in india. it is associated with the history of the ramayana period. Rameswaram Temple is also the symbol of indan integrity. The Kasi pilgrimage is considered to be one of the most important religious duties of the people. The kasi yatra is complete only after worshipping Ramanathaswamy in Rameshwaram.
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    • Salasar Balaji

    • जिसे सुन कान्ही दौडी-दौडी मोहनदास जी के पास गई। मोहनदास द्वार पर पहुंचे तो क्या देखते हैं कि वह साधु-वेशधारी बालाजी ही थे, जो अब तक वापस हो लिए थे। मोहनदास तेजी से उनके पीछे दौड़े और उनके चरणों में लेट गए तथा विलम्ब के लिए क्षमा याचना करने लगे। तब बालाजी वास्तविक रूप में प्रकट हुए और बोले- मैं…
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  • Shree Somnath Jyotirlinga Quick View
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    • Shree Somnath Jyotirlinga

    • The research based on ancient Indian classical texts show that first Somnath Jyotirling Pran-Pratistha was done on the auspicious third day of brighter half of Shravan month during the tenth Treta yug of Vaivswat Manvantar. Swami Shri Gajananand Saraswatiji, Chairman of Shrimad Aadhya Jagadguru Shankaracharya Vedic Shodh Sansthan, Varanasi suggested that the said first temple was built 7,99,25,105 years ago…
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    • Shri Banke Bihari

    • The image of Bihariji installed in the Shri Banke Bihari Mandir, is the one granted to Swami Haridas by the celestial couple Shyama-Shyam themselves. Submitting to the desire of devotees The Lord appeared in person with his divine consort and left back a black charming image before disappering.
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  • Shri Kashi VishwanathShri Kashi Vishwanath Quick View
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    • Shri Kashi Vishwanath

    • Standing on the western bank of India's holiest river Ganges, Varanasi is the oldest surviving city of the world and the cultural capital of India. It is in the heart of this city that there stands in its fullest majesty the Kashi Vishwanath Temple in which is enshrined the Jyotirlinga of Shiva, Vishweshwara or Vishwanath. Here gravitate the teeming millions…
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    • Shri Omkareshwar

    • सके पश्चात धार के परमार राजवंश, मालवा के सुलतान एवं ग्वालियर के सिंधिया घराने से होता हुआ १८२४ में अंग्रेजों के नियंत्रण में चला गया. अंतिम भील शासक नाथू भील का यहाँ के एक प्रमुख पुजारी दरियाव गोसाईं से विवाद हुआ, जिन्होंने जयपुर के राजा को पत्र द्वारा नाथू भील के खिलाफ सहायता मांगी तब राजा ने उनके भाई एवं…
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