किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे खुबसूरत पल होता हैं विवाह जो सदैव शुभ तिथि एवं मुहूर्त में किया जाता हैं। वर्ष 2022 में विवाह की शुभ तिथियां कब हैं? जानने के लिए पढ़ें।
विवाह या शादी एक पवित्र बंधन है जिसमें दो आत्माओं का मिलन होता है और यह किसी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह एक ऐसा रिश्ता है जिसके अंर्तगत दो लोग एक-दूसरे के साथ जन्म जन्मांतर के रिश्ते में बंध जाते है और एक साथ जीने-मरने की कसमें खाते है, साथ ही एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं। जीवन में आने वाले प्रत्येक सुख-दुःख और उतार-चढ़ाव का सामना मिलकर करते है। किसी विवाह को संपन्न बनाने के लिए कुंडली मिलान, गुण मिलान आदि किया जाता है। शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों को शुभ मुहूर्त में करना चाहिए। धर्मशास्त्रों के अनुसार, शुभ मुहूर्त में विवाह होने से दाम्पत्य जीवन सदैव सुख-शांति से पूर्ण होता है।
विवाह के लिए गुणों का मिलान
हिन्दू धर्म में प्रमुख सोलह संस्कारों में से पन्द्रहवां संस्कार है विवाह जिसे सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना गया है। विवाह के दौरान कुंडली मिलान को भी मुहूर्त के समान ही आवश्यक माना जाता है। धर्मग्रंथों के अनुसार, विवाह संस्कार व्यक्ति को देवताओं के आशीर्वाद द्वारा अपने वंश को आगे बढ़ाने की क्षमता प्रदान करता है। विवाह को संपन्न करने के लिए वर और वधु की कुंडली का मिलान किया जाता है। एक आदर्श सुखी एवं प्रेमपूर्ण वैवाहिक जीवन के लिए 36 गुणों में से 18 गुणों का मिलना आवश्यक होता है।
कितने प्रकार के विवाह होते है?
हिन्दू धर्म के अनुसार विवाह आठ प्रकार के होते है जो इस प्रकार है:
- ब्रह्म विवाह: विवाह का सबसे आदर्श स्वरूप होता है ब्रह्म विवाह जो वर और वधु दोनों पक्ष की सहमति से होता है। विवाह सम्पन्न करने के बाद कन्या को विदा किया जाता है। इसको ही ब्रह्म विवाह कहा जाता है।
- दैव विवाह: किसी धार्मिक अनुष्टान के दौरान अपनी कन्या को दान में देने को ही ‘दैव विवाह’ कहते है।
- आर्श विवाह: इस विवाह में कन्या पक्ष वालों को कन्या का मूल्य देकर या सामान्यतः गौदान करके कन्या से विवाह करने को ‘अर्श विवाह’ कहा जाता है।
- प्रजापत्य विवाह: कन्या की आज्ञा के बिना उसका विवाह अभिजात्य वर्ग के वर से सम्पन्न कर देने को “प्रजापत्य विवाह” कहा जाता है।
- गंधर्व विवाह: वर और वधु के पक्ष की आज्ञा बिना और बिना किसी रीति-रिवाज के विवाह करने को ही ‘गंधर्व विवाह’ कहते है।
- असुर विवाह: असुर विवाह में कन्या के परिवारजनों को कन्या का मूल्य देकर कन्या से विवाह किया जाता है।
- राक्षस विवाह: कन्या का अपरहण करके बलपूर्वक विवाह करना राक्षस विवाह कहलाता है।
- पिशाच विवाह: पिशाच विवाह को अत्यंत अशुभ माना जाता है, इसके अंतर्गत कन्या से बेहोशी की स्थिति में विवाह कर दिया जाता है।
विवाह के लिए निषेध समय
हिंदू विवाह में अनेक प्रकार के रीति-रिवाजों और परंपराएं सम्पन्न की जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार, प्रत्येक कार्य की तरह ही विवाह संस्कार भी शुभ मुहूर्त में संपन्न करना अनिवार्य होता है। विवाह मुहूर्त की गणना पंचांग और वर वधु की कुंडली के आधार पर की जाती है। विवाह संस्कार को चातुर्मास के दौरान नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस समय शुभ फलों के प्रदाता श्रीविष्णु क्षीर सागर में शयन करते हैं। इन चार महीनों में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है। इसके अतिरिक्त विवाह को खरमास, अधिका मास, क्षया मास और पितृपक्ष या महालया के दौरान भी आयोजित नहीं करना चाहिए।
विवाह के लिए शुभ तिथियां एवं दिन
विवाह को सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन सम्पन्न करना शुभ माना जाता है, जबकि विवाह समारोह को मंगलवार के दिन करना अशुभ माना गया है।
शुभ और अशुभ विवाह तिथि
द्वितीया तिथि, तृतीया तिथि, पंचमी तिथि, सप्तमी तिथि, एकादशी तिथि तथा त्रयोदशी तिथि विवाह के लिए अनुकूल होती है।
चतुर्थी तिथि, नवमी तिथि एवं चतुर्दशी तिथि को विवाह समारोह के लिए अशुभ माना गया है।
विवाह मुहूर्त 2022 की तिथियां एवं मुहूर्त
यहाँ हम आपको वर्ष 2022 में विवाह की शुभ तिथियां एवं मुहूर्त प्रदान करने जा रहे है।
जनवरी विवाह मुहूर्त 2022
सर्दियों का मौसम शादी समारोह के लिए एकदम श्रेष्ठ है। यह महीना सामान्य शादी से लेकर डेस्टिनेशन वेडिंग तक के लिए आदर्श है। जनवरी महीने में शादी-विवाह करने के लिए शुभ मुहूर्त और तिथियों की सूची नीचे दी गई है:
- 15 जनवरी,शनिवार, सुबह 07:15 से दोपहर 02:34
- 20 जनवरी,गुरुवार, दोपहर 02:44 से रात 08:31
- 23 जनवरी,रविवार, दोपहर 12:50 से सुबह 07:12 (24 जनवरी)
- 27 जनवरी,गुरुवार, सुबह 08:51 से दोपहर 03:28, सुबह 02:16 से सुबह 07:10 (28 जनवरी)
- 29 जनवरी,शनिवार, शाम 06:03 से सुबह 02:49 (30 जनवरी)
फरवरी विवाह मुहूर्त 2022
फरवरी के महीने को ‘प्यार का महीना’ कहा जा सकता है। जनवरी की तरह, यह महीना भी सर्दियों में शादी के लिए एकदम उत्तम है। यदि आप इस महीने में विवाह करना चाहते हैं, तो नीचे विवाह की शुभ तिथियां दी गई हैं:
- 05 फरवरी,शनिवार, सुबह 07:07 से सुबह 07:06 (06 फरवरी)
- 11 फरवरी,शुक्रवार,शाम 07:50 से सुबह 03:11 (12 फरवरी)
- 18 फरवरी,शुक्रवार, शाम 04:42 से सुबह 06:56 (19 फरवरी)
- 21 फरवरी,सोमवार, शाम 04:17 से सुबह 06:53 (22 फरवरी)
- 22 फरवरी,मंगलवार, सुबह 06:53 से दोपहर 03:36
मार्च विवाह मुहूर्त 2022
मार्च माह में विवाह की कोई शुभ तिथि उपलब्ध नहीं है।
आज का पंचांग ➔ आज की तिथि ➔ आज का चौघड़िया ➔ आज का राहु काल ➔ आज का शुभ योग ➔ आज के शुभ होरा मुहूर्त ➔ आज का नक्षत्र ➔ आज के करण
अप्रैल विवाह मुहूर्त 2022
वसंत ऋतु में शादी के लिए अप्रैल का महीना खूबसूरत होता है। अगर आप इस मनभावन और दिलकश महीने में शादी के बंधन में बंधने का विचार कर रहे हैं तो अप्रैल एकदम शानदार हैं, इस महीने में शादी की तिथियां एवं शुभ मुहूर्त नीचे दिए गए है।
- 17 अप्रैल,रविवार, सुबह 07:17 से सुबह 05:34 (18 अप्रैल)
- 19 अप्रैल,मंगलवार, शाम 05:02 से सुबह 01:39 (20 अप्रैल)
- 21 अप्रैल, गुरुवार, सुबह 10:22 से रात 09:52
- 22 अप्रैल,शुक्रवार, रात 08:14 से सुबह 05:47 (23 अप्रैल)
- 23 अप्रैल, शनिवार,सुबह 05:47 से शाम 06:54
मई विवाह मुहूर्त 2022
मई का महीना चिलचिलाती गर्मी का होता हैं, लेकिन अभी भी इस मौसम में भी शादियां करना लोग बहुत पसंद करते हैं। कई जोड़े इस महीने के दौरान शादी के बंधन में बंधने का फैसला करते हैं। मानसून का मौसम आने से पहले मई का महीना शादी करने के लिए अच्छा होता है, अगर आप मई में शादी करना चाहते है तो इस महीने की शुभ तिथियां एवं मुहूर्त नीचे दी गई हैं।
- 2 मई,सोमवार, सुबह 12:34 से सुबह 05:39 (03 मई)
- 3 मई,मंगलवार, सुबह 05:39 से शाम 04:16
- 9 मई,सोमवार, रात 11:31 से सुबह 05:33 (10 मई)
- 10 मई, मंगलवार, सुबह 05:33 से शाम 06:40
- 11 मई,बुधवार, शाम 07:28 से सुबह 05:32 (12 मई)
- 12 मई,गुरुवार, शाम 06:51 से सुबह 05:31 (13 मई)
- 13 मई,शुक्रवार, सुबह 05:31 से शाम 06:48
- 17 मई,मंगलवार, सुबह 05:29 से सुबह 10:46
- 18 मई, बुधवार, रात 11:36 से सुबह 05:28 (19 मई)
- 20 मई, शुक्रवार, सुबह 05:28 से सुबह 01:18 (21 मई)
- 25 मई, बुधवार,सुबह 10:32 से सुबह 05:25 (26 मई)
- 26 मई, गुरुवार,सुबह 05:25 से 06:19 शाम
- 31 मई, मंगलवार. सुबह 06:07 से सुबह 12:34 (01 जून)
जून विवाह मुहूर्त 2022
मानसून में विवाह करने का सपना हर किसी का होता है जो अक्सर मानसून वेडिंग के नाम से जाना जाता है। यदि आप जून में शादी के लिए अनुकूल तिथि व मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं, तो विवाह की तिथियां नीचे दी गई है।
- 6 जून,सोमवार, सुबह 06:55 से सुबह 02:26 (07 जून)
- 8 जून,बुधवार, सुबह 05:22 से सुबह 03:27 (09 जून)
- 11 जून,शनिवार, रात्रि 08:47 से सुबह 02:05 (12 जून)
- 12 जून,रविवार, रात्रि 11:58 से सुबह 05:22 (13 जून)
- 13 जून,सोमवार.सुबह 05:22 से रात्रि 09:02
- 14 जून,मंगलवार, रात्रि 11:47 से सुबह 05:23 (15 जून)
- 15 जून,बुधवार.सुबह 05:23 से दोपहर 03:33
- 16 जून,गुरुवार,दोपहर 12:37 से शाम 07:55
- 21 जून,मंगलवार, सुबह 05:24 से सुबह 05:24 (22 जून)
- 22 जून, बुधवार, सुबह 05:24 से रात्रि 11:57
जुलाई विवाह मुहूर्त 2022
अगर आप गर्मियों में शादी करना चाहते हैं तो जुलाई का महीना शादी के लिए बेहतरीन है। जुलाई में शादी के लिए चार शुभ तिथियां उपलब्ध है जो इस प्रकार है:
- 3 जुलाई,रविवार,शाम 05:06 से सुबह 05:28 (04 जुलाई)
- 5 जुलाई,मंगलवार, दोपहर 12:16 से सुबह 05:28 (06 जुलाई)
- 6 जुलाई,बुधवार,सुबह 05:28 से सुबह 11:43
- 8 जुलाई,शुक्रवार, दोपहर 12:14 से सुबह 05:30 (09 जुलाई)
अगस्त विवाह मुहूर्त 2022
अगस्त माह में विवाह की कोई शुभ तिथि नहीं है।
सितंबर विवाह मुहूर्त 2022
सितंबर माह में विवाह की कोई शुभ तिथि नहीं है।
अक्टूबर विवाह मुहूर्त 2022
अक्टूबर माह में विवाह की कोई शुभ तिथि नहीं है।
नवंबर विवाह मुहूर्त 2022
विवाह मुहूर्त 2022 में एक संक्षिप्त अंतराल के बाद नवंबर में विवाह के लिए कई शुभ और अनुकूल तिथियां है। नवंबर में हल्की ठंड की शुरुआत के बीच नवंबर का महीना शादी करने के लिए शानदार है। इस महीने की शुभ तिथियां और मुहूर्त नीचे दी गई हैं
- 21 नवंबर,सोमवार,रात्रि 12:14 से सुबह 06:49 (22नवम्बर)
- 24 नवंबर,गुरुवार, दोपहर 03:04 से शाम 07:37
- 25 नवंबर,शुक्रवार, रात्रि 10:45 से सुबह 06:52 (26 नवम्बर)
- 27 नवंबर,रविवार, रात्रि 09:34 से सुबह 06:53 (28 नवम्बर)
दिसंबर विवाह मुहूर्त 2022
शादी समारोहों के लिए सबसे लोकप्रिय महीना दिसंबर है। हर साल दिसंबर में कई शादियों होती है। दिसंबर का मौसम शादियों के लिए एकदम सही होता है। इस महीने में शादी करने के लिए आपको जल्दी ही योजना बनाना शुरू कर देना चाहिए। दिसंबर में शुभ तिथियों जानने के लिए, नीचे देखें:
- 02 दिसंबर, शुक्रवार, सुबह 06:56 से सुबह 06:57 (03 दिसंबर)
- 07 दिसंबर, बुधवार, रात्रि 08:46 से सुबह 07:01 (08 दिसंबर)
- 08 दिसंबर, गुरुवार, सुबह 07:01 से सुबह 07:02 (09 दिसंबर)
- 09 दिसंबर, शुक्रवार, सुबह 07:02 से दोपहर 02:59
- 14 दिसंबर, बुधवार, सुबह 09:14 से रात्रि 11:42
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना चाहते है तो विवाह शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए। यही कारण है कि विभिन्न ज्योतिषीय कारकों पर विचार करके और पंचांग शुद्धि के बाद विवाह के लिए ‘शुभ मुहूर्त’ को निर्धारित किया जाता है। ज्योतिषीय रूप से शुभ तिथि पर शादी करने का अर्थ है कि भावी जोड़े को शांतिपूर्ण विवाह का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
इसलिए, यदि आप विवाह करना चाहते है, तो एस्ट्रोयोगी का विवाह मुहूर्त 2022 देखें जिससे आप अपने जीवनसाथी के साथ शुभ तिथि पर विवाह करने का विकल्प चुन सकें और अपने खुशियों से भरे जीवन की शुरुआत कर सकें।